ऐसी फिल्में जो हर IAS/IPS अभ्यर्थी को देखनी चाहिए।
सच ही कहा जाता है कि फिल्में समाज का आइना होती है क्योंकि यह माना जाता है कि फिल्में अन्य संप्रेषण मसलन लिखित ,मौखिक, नृत्य ,गायन की अपेक्षा मनुष्यों की अभिवृत्ति तथा व्यवहार को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आम तौर पर भारतीय समाज की फिल्में सामाजिक मुद्दों पर ही आधारित होती हैं और समाज की अच्छाइयों तथा बुराइयों को अपने अभिनय के माध्यम से बखूबी उभार कर समाज के सामने रखती हैं परंतु बालीवुड की कई फिल्में ऐसी भी है जो आईएएस आईपीएस की जीवनी पर आधारित है जो हमारे युवाओं को आईएएस बनने के लिए प्रेरित करती है साथ ही अधिकारियों को एक ईमानदार एवं सत्य निष्ठा अधिकारी बनने के लिए भी प्रेरित करती हैं। देश के सभी युवाओं को ऐसी प्रेरणा से भरी फिल्मों को एक बार अवश्य देखना चाहिए संभव है कि यह फिल्म भारतीय युवाओं को एक अच्छा करियर चुनने तथा सही मुकाम पर पहुंचने के लिए प्रेरित कर सकें।
इस लेख के माध्यम से हमने कुछ ऐसी ही फिल्मों के बारे में बताने की कोशिश की है जो आईएस तथा आईपीएस अधिकारी बनने की राह को आसान बना सकती हैं तथा आपके लिए प्रेरणादायक साबित हो सकती है ।
"Never forget your roots"
Use your knowledge for the greater good of the society and country.
"It ain'tabout how hardyou hit,itsabout how hard you can get hit and keep moving forward"
" जिंदगी जीने के दो ही तरीके हैं एक जो हो रहा है उसे होने दो बर्दाश्त करते जाओ या फिर जिम्मेदारी उठाओ उसे बदलने की।"
हम आशा करते हैं कि फिल्में समाज के युवाओं के लिए प्रेरणादायक के रूप में साबित होंगी और सभी युवा किसी न किसी रूप में प्रेरित होकर अपने उज्जवल भविष्य के लिए काम कर सकेंगे ।
Click for more...
इस लेख के माध्यम से हमने कुछ ऐसी ही फिल्मों के बारे में बताने की कोशिश की है जो आईएस तथा आईपीएस अधिकारी बनने की राह को आसान बना सकती हैं तथा आपके लिए प्रेरणादायक साबित हो सकती है ।
IAS/PCS की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए 10 सबसे बेहतरीन वेबसाइट्स।
गंगाजल
यह फिल्म एक ईमानदार सत्य निष्ठ आईपीएस अधिकारी की जीवनी पर आधारित है जो कि बिहार के एक काल्पनिक जिले तेजपुर में तैनात हैं यह फिल्म समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार और असामाजिक तत्वों की क्रूरता तथा अपने ही विभाग के अधिकारियों में व्याप्त भ्रष्टाचार को बखूबी बयां करती है साथ ही किस तरह से एक शासक वर्ग सत्ता की महत्वाकांक्षा के कारण समाज के वंचित वर्गों को त्रस्त करता है, वह भी अपने अभिनय के माध्यम से समाज के सामने रखती है यह फिल्म वर्तमान समय के अधिकारियों तथा युवाओं के लिए सीख है कि किस तरह अपने दायित्व तथा कर्तव्यों का पालन करते हुए समाज में स्थापित राजनीतिक अपराध गठजोड़ को समाप्त किया जा सकता है।स्वदेश
यह फिल्म उन युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है के तौर पर काम करती जो युवा अपने देश छोड़कर दूसरे देशों में चले जाते हैं और उन्हें वह वहां भेदभाव का सामना करता करना पड़ता है इस फिल्म में एक युवा वैज्ञानिक नासा में नौकरी करता है परंतु वहां उसका मन नहीं लगता है और वह नासा की नौकरी छोड़कर अपने गांव चला आता है और अपने गांव के लिए कुछ करने को ठानता है और वहां वह जीरो लेवल से अपने गांव के लिए कुछ ऐसा करता है जो वाकई आश्चर्यजनक था इस फिल्म के लिए प्रेरणा मिलती है कि-"Never forget your roots"
Use your knowledge for the greater good of the society and country.
तेजस्विनी
यह फिल्म भारत की पहली महिला आईपीएस अधिकारी किरण बेदी के संघर्षों के दास्तान को बयां करती है यह फिल्म एक कर्तव्यनिष्ठ आईपीएस अधिकारी की पीड़ा तथा वेदना पर आधारित है जो दिल्ली के राजनीतिक प्रशासक अपराधिक भ्रष्टाचार के गठजोड़ को तोड़ने के खिलाफ संघर्ष करती है।आंनलाइन पढ़ाई करने के लिए 10 सबसे बेस्ट यूट्यूब चैनल।
Rockey
यह फिल्म स्पोर्ट्स पर आधारित एक युवा के संघर्ष की कहानी है इस फिल्म में दिखाया गया है कि एक सामान्य बैकग्राउंड का युवा बॉक्सिंग के क्षेत्र में एक छोटे से लेवल से दुनिया के सबसे बेस्ट बॉक्सर से लड़ाई लड़ने जाता है, तमाम संघर्षों और कठिनाइयों के बाद वह इस मुकाम को हासिल करता है यह फिर इस बात से प्रेरित है कि एक कमजोर से कमजोर वर्ग का व्यक्ति अपने मेहनत के माध्यम से उच्च से उच्च मुकाम को हासिल कर सकता है।"It ain'tabout how hardyou hit,itsabout how hard you can get hit and keep moving forward"
जय गंगाजल
यह फिल्म 2016 में रिलीज हुई जो कि 2003 में रिलीज हुई फिल्म गंगाजल की अगली कड़ी है इस फिल्म में गंगाजल 2003 की घटनाओं का ही अनुसरण किया गया है परंतु फर्क इतना है कि इसमें अजय देवगन के स्थान पर प्रियंका चोपड़ा ने अभिनय किया है इसमें प्रियंका चोपड़ा एक महिला आईपीएस के रूप में अपने उत्साह और दृढ़ संकल्प के माध्यम से दो भाइयों के खिलाफ लड़ाई में शामिल होती हैं जो कि राजनीतिक रूप से संबंध है हालांकि समर्थन की कमी के कारण न्याय में देरी हो जाती है लेकिन उसे अंततः न्याय मिलता है।रंग दे बसंती
यह फिल्म छह युवा भारतीयों की कहानी है जिसमें भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों शेखर आजाद, भगत सिंह, शिवराम, राजगुरु ,अशफाक उल्ला खान और राम प्रसाद बिस्मिल पर एक डॉक्यूमेंट्री तैयार करने में एक महिला की सहायता करते हैं हमारे देश के बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों से प्रेरित होकर वे भ्रष्ट व्यवस्था से लड़ते हैं कुछ पंक्तियां इस फिल्म की जो देश के युवाओं के देशभक्ति की भावना पैदा करती हैं -" जिंदगी जीने के दो ही तरीके हैं एक जो हो रहा है उसे होने दो बर्दाश्त करते जाओ या फिर जिम्मेदारी उठाओ उसे बदलने की।"
वांटेड
यह फिल्म एक अंडरकवर आईपीएस अधिकारी की कहानी है इसमें सलमान खान मुख्य भूमिका के रूप में है जो कि स्थानीय असामाजिक तत्वों को आपस में लड़ा कर अंतरराष्ट्रीय गैंगस्टर को मारने में सफल होते हैं यह फिल्म हमारे वर्तमान पुलिस कर्मियों की कुशलता और साहस के महत्व को बखूबी दर्शाती है।हम आशा करते हैं कि फिल्में समाज के युवाओं के लिए प्रेरणादायक के रूप में साबित होंगी और सभी युवा किसी न किसी रूप में प्रेरित होकर अपने उज्जवल भविष्य के लिए काम कर सकेंगे ।
Click for more...
Wah
जवाब देंहटाएं