पढ़ते समय नींद से बचने के 10 सबसे आसान तरीके।

 अक्सर विद्यार्थियों से बात करते समय हमने पाया है कि वह हमेशा इस बात की शिकायत करते रहते हैं कि हमें पढ़ते समय नींद बहुत आती है ..............क्या आपको भी पढ़ाई करते समय नींद आती है? क्या आप भी पढ़ते समय अक्सर सो जाते हैं ?प्यारे साथियों अगर ऐसा है तो इसी समस्या का हल निकालते हुए हम इस लेख में 10 ऐसे सरल उपाय बताने जा रहे हैं जो आपको सोए बिना प्रभावी तरीके से  पढ़ाई करने में मददगार साबित होगी।


 कम रोशनी में न पढ़ें।

बहुत से विद्यार्थी सिर्फ एक स्टडी लैंप जलाकर ही पढ़ाई करते हैं जिसकी वजह से कमरे के बाकी हिस्से में तकरीबन अंधेरा रहता है अब आप ही बताओ कि    कम रोशनी शांति प्रदान दायक परिवेश ऐसे वातावरण मैं नींद आना तो अति स्वाभाविक है ऐसी स्थिति को उत्पन्न होने से रोकने के लिए अपने स्टडी रूम को अच्छे से प्रकाशित करें।

   बेड पर लेट कर पढ़ने से बचें।

पढ़ाई करते समय आपका आसन और बैठने का तरीका भी बहुत महत्व रखता है बेड पर लेट कर  कभी ना पढ़े इससे आपको आलस आ सकता है जो कि नींद को आमंत्रित कर सकता है इसलिए पढ़ाई करते समय हमेशा कुर्सी पर सही ढंग से पीठ सीधी करके ही बैठे सामने एक टेबल रखें और किताब गोद में रखकर पड़ने की बजाय सामने टेबल पर रख कर पढ़ें कुर्सी पर बैठे समय अपने हाथ या पांव कुछ कुछ समय बाद हीलाते रहैं इससे आपके अंदर सक्रियता बनी रहेगी।

 अत्यधिक खाने से हो सकता है नुकसान।

 आप अक्सर महसूस करते होंगे कि भरपेट भोजन करने के बाद शरीर में भारीपन सुस्ती तथा आपको नींद आने लगती है यह सब शरीर में शुरू होने वाली पाचन प्रक्रिया की वजह से होता है इसलिए बेहतर होगा कि आप कम खाएं और तीन बार खाने की बजाय दिन में 5 बार खाएं कभी भी भूखे पेट ना पढ़े इससे आपके दिमाग की याद करने की क्षमता कम हो जाती है भोजन करने के तुरंत बाद पढ़ने के लिए ना बैठे।

 भरपूर मात्रा में पानी पीने से होगा फायदा।


 पढ़ाई करते समय ज्यादा पानी पीना ना तो सिर्फ आपकी सेहत के लिए फायदेमंद होगा बल्कि इससे आपको एक और फायदा मिलेगा ज्यादा पानी पीने से आपको कुछ कुछ देर बाद अपनी सीट से उठकर मूत्र के लिए नहीं जाना पड़ेगा जिससे आपके शरीर की निष्क्रियता टूटेगी और आप सक्रिय बने रहेंगे साथ ही ज्यादा पानी पीने से दिमाग हमेशा  तरोताजा रहता है और इसकी सक्रियता बनी रहती है जिससे आसानी से पाठ याद करने में सहायता मिलती है।

जल्दी सोने और जल्दी उठने का रूटीन बनाएं।

 अंग्रेजी का एक मशहूर कहावत है"Early to bed early to rise makes a man halthy,wealthy and rise"  जिसका मतलब है कि जल्दी सोने और जल्दी उठने से शारीरिक तंदुरुस्ती समृद्धि व  दिमाग शक्ति में बढ़ावा होता है विद्यार्थी जीवन में भी इस कथन का उतना ही महत्व है जितना एक आम आदमी के जीवन में रात को जल्दी सोने से आप पर्याप्त नींद ले सकते हैं जिससे आप सुबह बिल्कुल तरोताजा उठेंगे फ्रेश माइंड से चीजें याद रखना बहुत ही आसान होता है और फिर पर्याप्त समय तक सोने के बाद पढ़ाई करते वक्त फिर से नींद आने का कोई मतलब नहीं बनता।

 दोपहर के बाद एक छोटी झपकी रखेगी तरोताजा।

 इम्तिहान के दौरान सुबह से लगातार पढ़ने के बाद अगर आप बात दोपहर में भी पढ़ाई जारी रखते हैं तो शायद थके हुए दिमाग के साथ आपके लिए याद करना बहुत मुश्किल हो जाएगा इसलिए बेहतर होगा कि दोपहर का खाना खाने के बाद घंटे भर के लिए सो जाएं इससे आपकी सुस्ती  उनिंदापन दूर होगा और आपका दिमाग नए तरीके से चीजों को याद करने के लिए तरोताजा हो जाएगा।

 एक ही विषय को अधिक समय तक ना पढ़े।

 पढ़ाई में मन ना लगना तथा पढ़ते समय नींद का आना इसका प्रमुख कारण यह भी हो सकता है कि विद्यार्थी कई बार एक ही विषय को अधिक समय तक पढ़ते रहते हैं इसलिए उन्हें नींद आने लगती है इसलिए हमें करना यह है कि 1 दिन में कम से कम दो या तीन विषय के भिन्न भिन्न  टॉपिक पढ़ना है और बीच में समय मिल जाए तो आपके मनपसंद चीज उपन्यास या कहानी भी पढ़ सकते हैं।

रात के समय पढ़ने के लिए चुने अपना पसंदीदा विषय।

रात के समय पढ़ने के लिए सिर्फ वही विषय चुने जो आपके फेवरेट है और इन्हें आप आसानी से समझ कर याद कर सकते हैं सरल विषय या टॉपिक्स को रात में याद करने के लिए आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी जिससे आपको बोरियत भी नहीं होगी और आप ज्यादा देर तक बैठकर पढ़ाई कर पाएंगे।

 बोल बोल कर तथा लिखकर करे पढ़ाई।

यह तरीका पढ़ाई करते वक्त होने वाली बोरियत तथा आने वाली नींद को दूर भगाने में काफी हद तक कारगर सिद्ध होता है या विषय को इस तरह से बोलकर पढ़े जैसे की क्लास में टीचर पढ़ाते हैं इससे आपका दिमाग सतर्क बना रहता है और नींद आने की संभावना भी कम हो जाती है इसके अलावा खुद को एक्सप्लेन करके पढ़ने से चीजों को याद करना भी आसान हो जाता है इसके साथ ही पाठ को सिर्फ मौखिक रूप से याद करने की बजाय उसके मुश्किल उत्तर हो या सवालों को लिखकर भी याद करें इससे भी आपकी सतर्कता बनी रहेगी और चीजें याद करने में आसानी होगी।

 पढ़ाई करते समय नोट्स बनाना।

नोट्स मेकिंग भी पढ़ाई का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है आपने भी कई टॉपर से सुना होगा कि वह पढ़ने के बाद नोट्स बनाते थे नोट्स बनाने के कयी फायदे होते हैं उदाहरण के तौर पर आप जब आप नोट्स बनाते हैं तो पहली बात कि आपका पुनः रिवीजन हो जाता है दूसरी बात आप पढ़ाई के साथ लिखाई का काम भी करते हैं तो आपको पढ़ाई करते समय नींद भी नहीं आती है और आपका मन भी  लगा रहता है।

धन्यवाद।

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