ऐसे पढ़ेंगे तो हमेशा के लिए याद रहेगा।
पढ़ाई ........... शब्द सुनते ही हमारे जहन में अजीब अजीब से ख्याल आने लगते हैं कि पढ़ाई करना बहुत कठिन काम है.... पढ़ा हुआ हम कैसे याद रख पाएंगे ....टॉपर किस तरह पढ़ते होंगे आदि आदि इनसभी प्रश्नों के उत्तर आपको अब से नहीं परेशान करेंगे क्योंकि हम यहां पर एक ऐसी रणनीति आप सबके साथ साझा करेंगे जो आपकी पढ़ाई में 100% कारगर साबित होगी ।
मॉडल पेपर मॉडल पेपर सॉल्व करें।
सबसे बड़ी गलती विद्यार्थी यहीं पर करते हैं कि वह किसी भी परीक्षा की तैयारी शुरू करते हैं तो वह विद्यार्थी परीक्षा में आए हुए पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को सॉल्व नहीं करते परंतु हमें ऐसा नहीं करना है क्योंकि इसके कई फायदे हैं मॉडल पेपर को सॉल्व करने से आपको पता चलता है कि परीक्षा में किस तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं और कई बार तो कई परीक्षा में सिलेबस विस्तृत नहीं होता है तो पूर्व सिलेबस की जानकारी भी पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों से मिल जाती है ।
रीडिंग/पढ़ाई।
छोटे अंतराल पर ब्रेक ले।
जी हां दोस्तों पढ़ते समय आपको यह भी ध्यान रखना है कि लगातार कई घंटों तक पढ़ाई नहीं करनी है क्योंकि होता क्या है कि लंबे समय तक पढ़ाई करने से हमारे शरीर के जोड़ों में लैक्टिक एसिड जमा हो जाता है जिससे हमें थकान महसूस होने लगती है और हम जो पढ़ते हैं वह दिमाग में नहीं बैठता है इसलिए हमें करना यह है कि लगभग 1 घंटे पढ़ने के बाद थोड़ा सा टाइम घूमना है और फिर आगे की पढ़ाई को जारी करना है
एनालिसिस।
किसी भी किताब की लगभग दो बारी डिंग करने के बाद उ उसे एनालिसिस भी करना है क्योंकि एनालिसिस करने से वह टॉपिक हमेशा के लिए आपके दिमाग में बैठ जाता है और याद हो जाता है।एनालिसिस करने का सबसे आसान तरीका यह होता है कि पढा हुआ आप बार-बार अपने दिमाग में दोहराने की कोशिश करे और याद करने की कोशिश करें या दूसरा तरीका यह भी हो सकता है कि आपने जो पढ़ा है वह किसी दूसरे को समझा दे इससे क्या होगा कि आपका रिवीजन भी हो जाएगा और आपकी स्किल मे भी सुधार होगा ।नोट्स बनाना।
नोट्स मेकिंग भी पढ़ाई का महत्वपूर्ण हिस्सा हिस्सा होता आपने भी कई टॉपर से सुना होगा कि वह पढ़ने के बाद नोट्स बनाते थे नोट्स बनाने के कई फायदे होते हैं उदाहरण के तौर पर जब आप नोट्स बनाते हैं तो पहली बात कि आपका पुनः रिवीजन हो जाता है दूसरी बात आप पढ़ाई के साथ लिखाई का काम भी करते हैं तो आपको पढ़ाई करते समय नींद भी नहीं आती है और आपका मन भी लगा रहता है यहां पर एक बात या विशेष रूप से ध्यान रखना है कि नोट्स संक्षिप्त में ही बनाए अर्थात 10 लाइनों को एक ही लाइन में लिखने का प्रयास करें ।
गंभीरता से जांच
इन सभी प्रक्रियाओं के पश्चात आपने अभीतक जो भी का काम किया है उसकी जांच करनी होगी जाच से तात्पयर्य है कि आपने जो भी पढ़ाई अथवा नोट्स बनाने का काम किया है वह प्रभावी ढंग से किया है या नहीं इसकी जांच करने के लिए पुनः आपको मॉडल पेपर उठाना होगा और उनके प्रश्नों को हल करना होगा यदि आपके प्रश्न हल हो रहे हैं तो आप समझ जाइए कि आपने सही तरीके से पढ़ाई की है वरना आपने कहीं पर गलती की है इससे यह भी पता चल जाएगा कि आपने परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों के अनुरूप तैयारी की है या नहीं ।
रिवीजन।
आप किसी भी टॉपर का इंटरव्यू सुनते होंगे तो सबसे अधिक वा रिवीजन पर ही फोकस करता है ऐसा इसलिए क्योंकि रिवीजन ही सफलता की कुंजी होती है जी हां दोस्तों वह पढ़ाई किसी काम का नहीं जो आपको याद ही ना रहे और आप परीक्षा में लिख भी ना पाए इसलिए हमें इस बिंदु पर सबसे अधिक फोकस करना है और अधिक से अधिक बार रीविजन करना है विज्ञान कहता है कि अगले 24 घंटे में 50% तथा 1 सप्ताह या 1 महीने में लगभग हंड्रेड परसेंट पढ़ा हुआ व्यक्ति भूल जाता है इसलिए हमें करना यह होगा कि जो हम आज पढ़ते हैं उसे दूसरे दिन सातवें दिन 15 दिन तथा महीने अंत में दोहराना होगा।
धन्यवाद
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